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इंदौर से मेघालय तक हत्या की साज़िश: सोनम-राज ने रचा raja raghuvanshi मर्डर प्लान, चौथे प्रयास में मिली सफलता

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raja raghuvanshi murder: आरोपियों ने स्वीकारा अपराध : सोनम भी शामिल थी साजिश में 

raja raghuvanshi murder: सभी आरोपियों ने इस अपराध को स्वीकार कर लिया है। सोनम की इसमें मिलीभगत है। यह पूरी घटना इंदौर में raja raghuvanshi से USKI  शादी से ठीक पहले हुई थी और इसकी साजिश राज ने रची थी। सोनम इस योजना में शामिल थी और वह इस योजना का हिस्सा थी। वह इस योजना में भागीदार भी थी।

तीन युवा लड़को की भूमिका 

 तीनों लोग बहुत युवा थे, मुझे लगता है कि 21 साल और 19 साल के, वे आपस में दोस्त थे और उनमें से एक राज का चचेरा भाई है और यह  तीनो कोई सुपारी किल्लर नहीं है . जिसकी उन्होंने योजना बनाई थी। हां, योजना हत्या की थी लेकिन यह उनके दोस्त राज के लिए एक एहसान था . 

 

सोनम को गायब करने की योजना 

.वास्तव में फरवरी के महीने से ही उन्होंने सोनम को गायब करने के तरीके सोच लिए थे और  उह्नोने सोनम को गायब करने के लिए एक योजना बनाई 

 

उह्नोने एक योजना बनाई ,  की इंदौर के पास में एक नदी हे , वा पे सोनम की स्कूटी रख दी जाये और उसके कपडे वगेरा ताकि समजा जाये की सोनम नदी में नाहने गयी थी  में बह गयी  पर यह योजना सफल नहीं हो पाई . 

 

एकऔर  योजना बनाई . किसी लड़की की हत्या कर दी जाए, उसे उसकी स्कूटी  के पास रख  दिया जाए,और  उस लड़की  के शरीर को जला दिया जाए,  ताकि उसे सोनम  समझा  जाये। लेकिन ये सारी यह योजना सफल नहीं हो पाई . 

शादी के बाद  साज़िश  का दूसरा चरण 

  जब राजा और सोनम की शादी हुई और वे दर्शन  के लिए कामाख्या  आए, । तो दूसरा समूह भी यहाँ आया था। वास्तव में, समूह, तीन लोग बहुत पहले आए थे, कुछ दिन पहले 19 तारीख को और उनकी योजना वास्तव में गोजहाटी में कहीं राजा को खत्म करने की थी। चूँकि वहाँ भी यह काम नहीं हुआ, इसलिए सोनम ने शिलॉन्ग  और सोहरा आने की योजना बनाई।  

 हत्या की घटना: पार्किंग में तीनों ने मिलकर राजा को मारा

वे नोंग्यात में मिले और नोंग्यात से एक साथ निकले तो वहीं पर तीनों लड़कों ने मिलकर एक के बाद एक राजा पर वार किए और उसकी हत्या कर दी। सोनम भी वहां मौजूद थी। फिर उन्होंने लाश को फेंक दिया।

 

⏱️ घटना के बाद की भागदौड़

उसके बाद यह लगभग 2 से 2: 18 के बीच हुआ। लगभग 2:18 बजे वे उस जगह से चले गए। सोनम ने जो रेनकोट पहना हुआ था, वह उसने आकाश को दिया था जिसने अपनी शर्ट फेंक दी थी जिस पर खून के छींटे थे। आकाश ने स्कूटी चलाना शुरू किया और सोनम पीछे बैठी। आनद कुर्मी उस बाइक को चला रहा था जिसे राजा और सोनम ने किराये पर लिया था।  वे उस बाइक को सोरिम में छोड़कर भागे।  

सोनम का भेष बदलकर भागना 

 वहाँ से एल-मलम के पास से  , एक टूरिस्ट टैक्सी ली.  वहा गुवाहाटी गयी   , लोकड़ा ISBT से सिलीगुड़ी  के लिए बस में सवार हुई, सिलीगुड़ी  में  बस बदली, वह पटना गई, पटना से एक ट्रेन ली,  फिर आरा पहुंची , आरा  से  बस ली और लखनऊ पहुंची 

लखनऊ से बस से इंदौर पहुंची।  

🚨 जब खुलने लगी पोल, बना अपहरण का झूठा ड्रामा

जब उन्हें लगा की तीनो लड़को की पहचान हो चुकी है ,  राज ने सोनम से कहा कि बेहतर होगा कि वह इंदौर छोड़ दे और सिलुगुड़ी में कहीं बाहर आ जाए और अपहरण की शिकार के रूप में सामने आए। लेकिन ऐसा हुआ कि 8 तारीख को जब सोनम इंदौर  से जा रही थी, 

यहां से दो ऑपरेशनल टीमें यूपी और मध्य प्रदेश में ।जब UP में पहली गिरप्तारी हुई तो राज को भनक लग गयी की किसी को अगवा कर दिया हे  यह निश्चित नहीं है कि यह पुलिस थी या कुछ और लोग थे, लेकिन जब वह घबरा गया तो उसने सोनम से कहा कि तुम जहाँ भी हो अपने परिवार को फोन करो और कहो कि तुम अभी अपहरण से बचकर आई हो और इस तरह यह पूरी बात हुई। 

 यह पूरी जानकारी मेघालय पुलिस के अधिकारियो द्वारा पूछताछ और प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गयी है।  

 डिप्टी  इंस्पेक्टर जनरल (DIG ) ऑफ़ पुलिस , DAVIS MARAK 

उह्नोने स्पष्ट किया की सोनम ने हत्या की साजिश स्वीकार की , और यह की राज ही इस पुरे कांस्पिरेसी का मास्टरमाइंड था , जबकि सोनम उसकी सहयोगी थी।READ MORE   

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